New Text Document - Jan 27, 2023

Posted on Jan 27, 2023

करने वाले हैं पठान मूवी को पर यह मूवी देश के ऊपर है जो इंडिया को बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। जहां पर यह कहानी पार्ट और परिजन दोनों में चलेगी तो प्लीज भाई कहानी को ध्यान से सुनना शुरू करते हैं तो कहानी शुरू होती है। 5 अगस्त 2019 के पाकिस्तान के लाहौर शहर से जहां पर हमें जनरल का दौर को दिखाया जाता है जिन्हें कैंसिल हो चुका था जहां पर डॉक्टर बोलते हैं कि तुम्हारे पास सिर्फ 3 साल है। तभी वहां पर एक न्यूज़ चलती है कि इंडियन गवर्नमेंट ने शॉकिंग डिसीजन लिया था। कश्मीर के आर्टिकल 370 को एक तरफ रख कर दिया था और यह सुनने के बाद जनरल क़तर यहां से निकल पड़ते हैं और फोन में अपने सीनियर से बातें करने लगते हैं कि अगर हम कुछ नहीं करेंगे तो इंजन तस्वीर को अपनी तरफ ले लेगा। इसलिए इन्हें एक ऐसा ऐप जो इंडिया को घुटनों के बल लेकर आ सकता था, जिस वजह से आदमी को कॉल लगाते हैं जो इस काम को बखूबी कर सकता था जहां पर जनरल कदर जिनको ऑर्डर। घुटनों के बल लेकर आने के लिए और किस काम के लिए जिम मान जाता है लेकिन जिनको इंडिया के ऊपर कह रहे उठाने के लिए समय चाहिए था और यहां पर हमें जिनका शक्ल नहीं दिखा। हमें 3 साल के बाद की कहानी दिखाई जाती है जहां पर साउथ अफ्रीका का ब्लॉक मार्केट दिखाया जाता है जहां पर दिन का आदमी राशि को दिखाया जाता है। बहुत बड़ा बम का आर्डर लेने आया था तभी वहां पर एक माफिया का आदमी चलाता है और बताने लगता है कि रात को एक आदमी ढूंढता हुआ आया है जिसे बम के बारे में भी पता है जिसमें 10 लोगों ने उसे पकड़ लिया था और बहुत ज्यादा मार रहे थे। तभी वहां पर लाकर चलाता है जो आदमी क्या आवाज को पहचानता था तो और कोई नहीं पता नहीं होता है जहां पठान को देखने के बाद हैरान होकर पूछता है कि तू अब तक जिंदा कैसे हैं। इसका मतलब रात है। पहले से ही पठान को जानता था जहां पर पठान रूबी नाम की लड़की के बारे में पूछता है। जहां पर रहते रूबी तुझसे बहुत दूर है। यह बोलकर पठान के ऊपर बंदूक तान देता है। तभी पठान खुद को थोड़ा लेता है जिसके बाद यह एक-एक करके सब को मानने लगता है। बहुत सारे आदमी आ चुके थे जिन्हें पठान गोलियों से भून देता है, लेकिन फिर भी आदमी आते हैं जा रहे थे। जिस वजह से पता रफीकुल हेलीकॉप्टर के नीचे बांध के हेलीकॉप्टर लेकर वहां से निकल। के बाद न्यू दिल्ली में जोकर डिपार्टमेंट के हेड भैया मैम को दिखाया जाता है जो अपना काम खत्म करके अपने घर जा रही होती है। लेकिन तभी डिपार्टमेंट के आदमी के कंप्यूटर स्कैनर सॉफ्टवेयर बजने लगता है जो खतरनाक क्रिमिनल को पकड़ने में मदद करता है। जहां पर सॉफ्टवेयर बनने पर रिया मैम जाकर देखने लगते हैं जो रुबाई होता है जोकर डिपार्टमेंट के लोग भी ढूंढ रहे थे और साथ ही में पठानी। जहां पर मैं दुबई की लोकेशन पूछने लगती हैं जो कि पैलेस में थी जिसके बाद में बिना वक्त कब आए पठान सर का लोकेशन ढूंढ के चार्टर प्लेन बुक करके निकल जाती हैं, जहां पर प्रेम को पूछने लगता है कि यह पठान कौन है। हम उसके पास क्यों जा रहे हैं के बाद या मैं पठान के बारे में बोलने लगते हैं कि अगर पता होता तो रोक का जोकर डिपार्टमेंट नहीं होता। तभी मैं बताते हैं कि 2 साल पहले मेहमान के एक मिशन के दौरान पठान बहुत ही बुरी तरह जख्मी हुआ था। पर अब तो भर तक हॉस्पिटल में था। सबको लता के पठान का चैप्टर खत्म हो गया, जिसके बाद 2 साल बाद की कहानी दिखाई जाती है। जहां पर पठान सर हॉस्पिटल में होते हैं जिन्हें मिलने के लिए या मैम आई थी जहां पर पत्थर को चोट लगने की वजह से उनके ज्यादातर शरीर में मटन लग चुके थे। लेकिन सर पूरा फिट हो चुके थे। घर पर बाजार सर एक फाइल मैम को दिखाते हैं। पधार सकते जैसे जितने भी रो के एजेंट। की वजह से रद्द कर दिए गए थे। उन सब को मिलाकर एक टीम बनाना चाहते थे और कितनी पर्सेंट को रेडी करने के लिए रो के जितने भी परमिशन देती है, वह सारे कुछ पठान कर अरेंज कर चुके थे और हमको बता रहे थे। हम पर यह डिपार्टमेंट का नाम रखते हैं जो कर इस का फुल फॉर्म था। ज्वाइंट ऑपरेशन कॉमेंट्री सत नमन इस प्रोजेक्ट को करने के लिए मान जाते हैं जिसके बाद इनका जोकर डिपार्टमेंट बन जाता है। फिर भी कन्नू दूसरा को इस टाइम से प्रॉब्लम थी। एक तेरे ते! एक्टिविटी के बारे में बताते हैं जिसके बाद लोगों से उनकी बातों में विश्वास करने लगा। पर बैठाकर को एक प्राइवेट इस ग्रुप के बारे में पता चला था, जिनका ग्रुप का नाम था। आपकी टेक्स्ट और यह पैसे लेकर काम करती है जो इंडिया में कुछ बड़ा करने का प्लान सोच रहे हैं जो अपने मिशन दुआएं में करने वाले हैं जहां पर एक कंस्ट्रक्शन मीटिंग में इंडियन टॉप 2 इंडियन प्रेसिडेंट जाने वाले हैं। आप पर नहीं उतरा। सर को लगता है कि वह ग्रुप जरूर प्रेसिडेंट के ऊपर हमला करेंगे। जिस वजह से पठान सर और उनके ग्रुप को दुबई लेकर जाते हैं, जिनको सिक्योरिटी करने के लिए उसका ट्रैवल्स रूट चेंज कर दिया था। आई सिक्योरिटी देख कर मुझे ले जा रहे होते हैं, लेकिन दूसरी तरफ दोनों सैंटिस को अलग 14 में लेकर जा रहे थे। तभी पठान सबको समझ में आता है कि टारगेट प्रेसिडेंट नहीं थे। वह दोनों इंडियन साइंटिस्ट थे और उन्हें बचाने के लिए निकल पड़ते हैं। लेकिन दूसरी तरफ जी ने आकर साइन। कार के ऊपर हमला कर देता है और उन दोनों साइंटिस्ट को लेकर यहां से जा रहा था जहां पर पठान सर उधर ढूंढ रहे थे। लेकिन जीत अभी पदार्थ सर का एक्सीडेंट कर देता है और उनके घर के पास आके बोलने लगता है कि वह भी कभी अपने भारत मां के लिए लड़ा करता था जिसके बाद यह कार में आग लगाकर वहां से चला जाता है और कार ब्लास्ट होने से पहले पठान सर बस जाते हैं जिनके पीछे को बचाने की कोशिश करते हैं जहां पर दोनों के बीच काफी देर तक। लेकिन फिर भी जिनमें से एक सेंटेंस को साथ ले जाता है और पठान से एक्सेंट्स को ही बचा पाता है। जब ऑफिस आते हैं तो कर्नल उतरा उसे बताते हैं जो पहले ही काम करता था या नहीं। वह भी पहले एक इंडियन सोल्जर था और एक बार उसने कुछ सोमालियन पायलट को मिशन को अवॉइड करके कुछ और तो जोर को बताया था जिसकी वजह से बदला लेना चाहते थे। इस वजह से बीमार उसके वाइफ को पकड़ लिया था। उस टाइम में जिम की वाइफ प्रेगनेंट थी और उसके बाद को छोड़ने के लिए उन्होंने 9 से 10 करोड़ की फिरौती मांगी थी। लेकिन लगता था कि जिम मर चुका है पता चला था कि उसने अपना वाइफ और बच्चे को खोने के बाद आउटफिट एक्स क्या को शुरू किया था तभी से और देशभक्ति से। लगाता क्वेश्चन पैसों को बचाने के लिए रोने एक बेस्ट सोल्जर को टेररिस्ट में कन्वर्ट कर दिया था। उसके बाद पठान को अपने टीम से पता चलता है कि डांटने में रखकर कई बार यूज कर आ गया है। अति जीतू जो लोग दुबई में मारे गए थे। वह सारे एक सोल्जर के हाल ही में उनके अकाउंट में पाकिस्तानी डॉक्टर रुबीना के अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए गए थे। उस टाइम में रुबीना की लोकेशन एंड में थी जिसके लिए पठान रूबी ने। से मिलने के लिए पर पहुंच चुके थे जहां पर रुबीना का पीछा करने पर रुबीना के साक्षी बने लोगों के साथ मिलता है क्योंकि रुबीना जिम के लिए ही काम करती है जहां पर जिन पदों को पकड़ लेता है और पत्थर का प्रेत बुलाने की कोशिश करता है, लेकिन पठान साफ मना कर देता है और शिवन्या से ज्यादा से पहले अपने लोगों को पठान को मारने का ऑर्डर देता है। जैसे जेब के लोग पाठक को मारने की कोशिश करते हैं जो बिना उसे बता लेती है और जब के लोगों को बातें लगती है यह पर बिना बताती है कि वह भी उसकी तरह ही पिछले 1 साल का भी ऑफिसर बन के जिम के साथ थी क्योंकि रुबीना एक आईएसआई एजेंट है और शूटआउट के दौरान मैंने थोड़ी इंजर्ड हो जाती है और पठान उसे बचा कर अपने साथ ले आता है। जहां पर बिना पाठक को बताती है कि उसके पिता को टॉर्चर करके मार दिया गया था जिसके बाद वह अपने मां के साथ पाकिस्तान आ गई थी। जहां पर उससे पहले मेडिकल कॉलेज ज्वाइन किया। उसके बाद से आईएसआई को जॉइन किया था जहां पर रुबीना बताती है कि यह दोनों अब मिलकर काम कर सकते हैं। जहां पर बिना बताती हैं कि जिम रक्तबीज के पीछे पड़ा है जो रसिया में है जो 7 दिन के बाद जिम जाते बीच की डिलीवरी लेने वाला है। जैसे भी करके जिम से पहले इन्हें रखनी चाहिए था क्योंकि रक्तबीज बहुत ही बड़ा। डेंजर कल पायल होती है। इस बारे में पथरिया में आपसे बात करता है और यह मैं इसके नियम बना। यूपी रसिया! इंडिया का बेस्ट फ्रेंड कंट्री था। अगर वहां पठार के वजह से कुछ भी गलत होता है तो पठान को यह लोग बता नहीं पाएंगे। टाइम पर बता दिया। मैं आपको समझाता है कि जिम से पहले रखते में इंडिया में तबाही मचा देगा। परमिशन दे देती है जिसके बाद जाते हैं। क्रेडिट के साथ के पीछे रक्तबीज को रखा गया है और इस और को खोलने के लिए इन्हें चाबी और ताला दोनों चाहिए था। उस शहर के अलग-अलग कोने में होते हैं और इन्हें उसी दो चाबी और ताला को चुराना था, जिसके लिए एक प्लान बनाते हैं जिनके पास ही चाबी और ताला था। उन लोगों का फिगर को लेकर यह चले आते हैं और अगले दिन सुबह उनको चाबी और ताला को चुराना था। यहां पर पठान अपने बारे में बताते हैं कि अंडा तू उसके बाद मैंने इंडियन आर्मी को ज्वाइन कर दिया था और उसने एक अफगानी विलेज को एक विशाल अटैक से बचाया था, जिस वजह से सारे मिले। अपना बेटा मानते हैं और इनका नाम पठान दे दिया था। यह सारी बात यह रुबीना को बताते हैं और यह बात सुनने के बाद दुविधा इमोशनल हो जाती है। यह चाबी और ताला को चुरा लेते हैं। ज्यादा मशक्कत करने के बाद यह लोग रक्तबीज को चुराने में कामयाब होते हैं। अभी कहानी में तू आता है। रुबीना पठान को धोखा दे दे दिया और उसे उसी खेत के अंदर बंद करके वहां से चली जाती है। तभी प्लास्टिक में दिखाया जाता है कि यह सारा प्लान जिम का ही था कि जिम रक्तबीज कोट। मैं चुरा नहीं सकता था, लेकिन यह काम आसानी से पधार कर सका था। इस वजह से रुबीना को प्लान करके पठान के पास भेजा था। रसिया की पुलिस पठान को पकड़ लेती है। दिया जाता है लेकिन पठान के साथ इंडिया का कोई संबंध नहीं है। यह बोल कर दिया हुआ है, चली जाती है। उसके बाद पैसे की पुलिस पठानकोट ट्रेन में दूसरे और भी कैदी थे जो पठान को मानने लगते हैं। तभी वहां पर एंट्री होती है। टाइगर की मतलब अलमान खान जिसके बाद यह दोनों सारे आदमियों को एक-एक करके बहुत ही बुरी तरह मानने लगते हैं और यह पाइप बहुत समय तक चल करके आने की वजह से पठान की जान बच गई थी। जिसके बाद हमें प्रेजेंट में दिया। मैम को दिखाया जाता है जो प्रधान को ढूंढते हुए उसके घर में आ चुकी थी। यहां पर पता चलता है कि टाइगर को लिया मैंने ही भेजा था जिसके बाद के बारे में बताते हैं कि बिना प्यार आस में है। इन्हें पठान पैलेस में रुबीना के पास जाता है। जो बताती है कि जो रखते बिस्तर। असल में हुए पाकिस्तान पर जीत के साथ में है। उसका एक दूसरा में उत्तर रेडी किया है जो पहले वाले भारत से बहुत ही बेहतर है और किसी भी देश के पास पठानकोट से पता चलता है कि जिम को यह काम किस्तान के जनरल का आदर ने दिया था जो ईश्वर इसको इंडिया में फैलाना चाहते थे, जहां पर रुबीना पठान को भरोसा दिलाती है कि आपके साथ नहीं है क्योंकि इससे पता नहीं था कि जिम मासूमों की जान लेने वाला है निरोगी। थम के बरस करना चाहती थी, उसमें हम देखते हैं कि जिम के कहने पर उस हमारे स्कोर 2 और में डाल दिया जाता है। पर पता नहीं कैसा चलाता है और को लेने की कोशिश करता है जहां पर हम को पता चल चुका था कि रुबीना आप पठान के साथ है। उसने सतीश कुमार के एक और को लेकर वहां से चला जाता है और पठान और चीन के बीच फाइट होता है, लेकिन भागने में कामयाब हो जाता है। इसके बाद पठान और रूबीना उस और को लेकर ओके अभी चले आते हैं। जहां पर कर्नल रुद्रा टू बिना को अपने कब्जे में रखते हैं। के बाद रिया और उसके साथी बहुत सारे साइट और के अंदर के वायरस को ढूंढ लेते हैं। तभी पर उसके अंदर से सिर्फ पानी ही मिलता है तो जिम में सारे कंप्यूटर को फास्ट करके यह बताता है कि मैं और कहा था, उसको ओपन करते हैं। इसके शरीर के अंदर जा चुका है। अगर यह लोग लैब से बाहर निकले जितने भी लोग बाहर हैं, सारे लोग इंफेक्शन हो सकते हैं इसलिए लाइफ के अंदर ही। 
खुद को सेट लिस्ट कर देंगे और बाकी अपने सारे लोगों को बता लेंगे। उसके बाद यह खुद को सूट कर देते हैं और वायरस को खत्म करने के लिए मैं आपको ब्लॉक कर दिया जाता है। जिस वजह से पठान बहुत ही गुस्से में थे के बाद कर्नल रुद्रा और इंडिया के बहुत सारे ऑफिसर को धमकी देता है कि अगर कश्मीर से टांग और कमांडो को नहीं बुलाया गया तो यह दूसरा और तो विशाल के अंदर मार्केट में कोई भी सिटी के ऊपर ब्लॉक कर देगा। जहां पर पठान राफे को टॉर्चर करता है। तभी से पता चलता है कि जिम मिसाइल के साथ अफगानिस्तान में कहीं छुपा हुआ है के बाद पठान रुबीना को आजाद करके अफगानिस्तान के उस जगह में पहुंच जाता है। के बाद जिम और पठान के बीच किस से लड़ाई शुरू हो जाता है। उस लड़ाई के बीच गवर्नर जनरल का दौर को जान से मार देती है। हम पर भी मौका देकर वहां से भाग जाता है जिसके पीछे पठान पढ़ चुके थे। तभी उन्हें पता चलता है कि टीम ने मिसाइल के अंदर और को नहीं रखा था। इसलिए और को एक प्लेन के अंदर रख दिया था जो दिल्ली। लैंड करने वाली थी लिए कर्नल रुद्रा उस प्लेन को लैंड करने से मना कर देते हैं और प्लेन का अंदर और मिल जाता है जिनमें टाइमर चला था। 5 मिनट के बाद और खुलने वाला था, जिसका बटन के पास था। रिमोट के लिए इन दोनों के बीच फिर से फाइट शुरू हो जाती है। जहां पर पठान जैसे तैसे करके रिमोट ले लेते और टाइम और कब बंद कर देते हैं। वजह से बहुत सारे लोगों की जान बच जाती है। इसके बाद पठान जिम का काम समाप्त कर देते हैं और यह कहानी यहीं पर खत्म हो जाती है। चैनल को सब्सक्राइब वीडियो को लाइक जरुर कर दीजिए। कुछ गलत हुआ हो तो प्लीज कमेंट में जरूर बताएं। मिलते हैं अगले वीडियो में जय हिंद।